शिविरों की श्रृंखला अनवरत जारी
श्री क्षत्रिय युवक संघ के इस सत्र के शिविरों की श्रृंखला जून माह में प्रारम्भ हो चुकी है। इसी कड़ी में 29 जुलाई से 8 अगस्त के बीच गुजरात और राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में ग्यारह शिविर आयोजित हुए, जिनमे लगभग 1500 बालकों एवं युवाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। 29 से 31 जुलाई तक गुजरात के भाल प्रान्त के वल्लभीपुर में स्थित राजपूत छात्रावास में प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुआ, जिसका सञ्चालन श्री भागीरथ सिंह सांडखाखरा ने किया। शिविर में क्षेत्र के लगभग 100 राजपूत बालकों ने भाग लिया। गुजरात में ही मोरचंद प्रान्त के जसपरा गाँव में 5 से 7 अगस्त तक शिविर संपन्न हुआ, जिसमें 110 संख्या रही। शिविर का सञ्चालन श्री अर्जुन सिंह मोरचंद ने किया। जोधपुर शहर के शेरगढ़ प्रान्त का प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर केतु हामां गाँव में 4 से 7 अगस्त तक आयोजित हुआ। शिविर संचालक श्री महेन्द्र सिंह गूजरावास के निर्देशन में 250 बालकों तथा युवाओं ने क्षत्रियोचित संस्कारो को जीवन में ढ़ालने का अभ्यास किया। इसी अवधि में जोधपुर के ही तनावड़ा स्थित श्री पार्श्वनाथ जैन मन्दिर में शिविर आयोजित हुआ, जिसमें 110 बालकों ने भाग लिया। शिविर का सञ्चालन श्री रूप सिंह परेऊ ने किया। पाली के वीर दुर्गादास राजपूत छात्रावास में भी संभाग प्रमुख श्री अर्जुन सिंह देलदरी के सञ्चालन में 4 से 7 अगस्त तक शिविर का आयोजन हुआ। शिविर में लगभग 135 युवा थे, जिनमें से 110 पाली शहर से थे। बीकानेर संभाग के कोलायत मंडल के मेड़ी का मगरा गाँव में भी 4 से 7 अगस्त तक प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर संपन्न हुआ। अपने आस-पास के क्षेत्र से कहीं अधिक ऊंचाई पर बसे इस पहाड़ी गाँव में शिविर का सञ्चालन श्री राजेंद्र सिंह आलसर ने किया। बाड़मेर के मारुड़ी ग्राम स्थित श्री जुगतसिंह जी के फार्म पर 5 से 8 अगस्त तक प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुआ। शिविर का सञ्चालन श्री छगन सिंह लूणू ने किया तथा इसमें 215 शिविरार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। जैसलमेर के रेवतकी क्षेत्र के अर्जुना गाँव में 5 से 8 अगस्त तक शिविर का आयोजन हुआ, जिसमें लगभग 130 बालकों ने भाग लिया। शिविर सञ्चालन श्री पदम सिंह रामगढ़ ने किया। जैसलमेर के ही तेजमालता गाँव में 5 से 8 अगस्त तक प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुआ, जिसका सञ्चालन श्री बाबू सिंह बैरसियाला ने किया। शिविर में लगभग 200 शिविरार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसी अवधि में जयपुर तथा भिंयाड़ (बाड़मेर) में 6-7 अगस्त को दो दिवसीय बाल शिविर भी सम्पन्न हुए। जयपुर में बाल शिविर संघ मुख्यालय 'संघशक्ति भवन' में आयोजित हुआ, जिसका सञ्चालन श्री गजेन्द्र सिंह आऊ ने किया। इसमें जयपुर शहर के लगभग 70 बालकों ने भाग लिया। शिव प्रान्त का बाल शिविर भिंयाड़ गाँव में 6-7 अगस्त को संपन्न हुआ, जिसमें 51 बालकों ने भाग लिया। प्रान्त प्रमुख श्री राजेन्द्र सिंह भिंयाड़ ने शिविर का सञ्चालन किया।