कूकड, काणेटी, रायपुर, गादेरी एवं मोरना में शिविरों का समापन।
कूकड (मोरचंद), काणेटी (अहमदाबाद), रायपुर (पाली), गादेरी (जोधपुर), और मोरना (बिजनौर, उत्तरप्रदेश) में चल रहे प्राथमिक प्रशिक्षण शिविरों का समापन 26.06.2017 को हुआ। रायपुर, गादेरी, मोरना में शिविर 23 जून को प्रारम्भ हुए, वहीँ कूकड और काणेटी में 24 जून को शिविर प्रारम्भ हुए थे। इन शिविरों में सैंकड़ो स्थानीय राजपूत बालकों ने अनुभवी प्रशिक्षकों की देख-रेख में प्रशिक्षण प्राप्त किया। इन बालकों को कौम के गौरवशाली इतिहास से परिचित करवाने के साथ ही उन्हें वर्तमान परिस्थितियों में क्षत्रिय के रूप में अपने कर्तव्य का भान भी कराया गया। गीता में वर्णित क्षत्रिय के गुणों- शौर्य, तेज, धैर्य, दक्षता, संघर्षशीलता, दानवीरता और ईश्वरीय भाव का सूक्ष्म रूप में बीजारोपण बालकों में विविध गतिविधियों के माध्यम से किया गया। शिविर के प्रारम्भ में उनके भाल पर तिलक लगाकर अपने कर्तव्य का भान कराने के लिए उनका स्वागत किया गया, और चार दिन की साधना के उपरांत संसार में जाकर अपने कर्तव्य का पालन करने के लिए उनके भाल पर पुनः तिलक लगाकर विदाई दी गई- आगामी शिविरों में फिर आने के लिए।