विभिन्न क्षेत्रों मे समाज के सभी लोगों को आमंत्रित कर हजारों की संख्या मे जाति स्वरूपा माँ आद्य शक्ति के दर्शन करने के अवसर संघ प्रायः प्रतिवर्ष जुटाता है।
हमारे महापुरुषों की स्मृति में उनकी जयंती या पुण्यतिथि के अवसर पर समारोह पूर्वक श्रद्धांजलि के कार्यक्रम समाज में श्री क्षत्रिय युवक संघ ने प्रारंभ किए जो अब आम हो गए हैं। आज समाज में संघ के अतिरक्ति भी अनेक संगठन महापुरुषों के स्मृति दिवस मनाते हैं। संघ आज भी संघ के पूर्व संघप्रमुखों के अलावा महाराणा प्रताप, दुर्गादास राठौड़, पृथ्वीराज चैहान, जयमल राठौड़, राव शेखाजी सहित अनेको महापुरुषों की जयंतियां विशाल स्तर पर या शाखा स्तर पर मनाता है। इसके अतिरिक्त अन्य संस्था आयोजन कर रही हो तो सहयोग करता है।
विभिन्न क्षेत्रों में समाज के सभी लोगों को आमंत्रित कर हजारों की संख्या मे जाति स्वरूपा माँ आद्य शक्ति के दर्शन करने के अवसर तो संघ प्रायः प्रतिवर्ष जुटाता है जिसमें पूज्य तनसिंह जी की जयन्ती का अवसर प्रमुख है। सीकर, बाड़मेर, जोधपुर, भीलवाड़ा, कुचामन, जैसलमेर आदि स्थानों पर पूज्य तनसिंह जी जंयती के कार्यक्रम रखे गए जिनमें लाखों की संख्या में क्षत्रिय पुरुष एवं महिलाएँ शामिल हुई। इसके अतिरिक्त भी पूरे संघ के सामूहिक एकीकरण कार्यक्रम भी रखे गए जिसमें समाज के सभी लोगों ने भाग लिया तथा जिनकी संख्या लाखों में रही, ऐसे कार्यक्रम 1996 में संघ की स्वर्णजयंती, 2009 में पूज्य तनसिंह जी जंयती प्रमुख है। गुजरात में संघ प्रवेश के 40 वर्ष पूर्ण होने पर चतुर्दशाब्दी समारोह भी हजारों लोगों की भागीदारी से विशाल समारोह के रूप में मनाया गया। 22 दिसम्बर 1991 को संघ की रजत जयंती जोधपुर में मनायी गई। ऐसे समारोहों के अवसर पर संघशक्ति के विशेषांक भी प्रकाशित किए जाते हैं।