जीवन को संस्कारवान, शक्तिशाली एवं संयमी बनाएं

"श्री क्षत्रिय युवक संघ का उद्देश्य क्षात्रधर्म का पालन करना है और ऐसा वही कर सकता है जो संस्कारवान, शक्तिशाली एवं संयमी होगा। छोटी- छोटी बातों को अपने जीवन व्यवहार में ढाल कर नियमित एवं निरन्तर अभ्यास से यह कार्य संभव है। क्षात्र प्रवृति के पालन से ही प्राणी-मात्र का कल्याण संभव है।" उपरोक्त सन्देश रायपुर, पाली में चल रहे प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर में शिविर संचालक श्री शक्तिसिंह आशापुरा ने दिया। शिविर दिनांक 23.6.2017 को प्रारम्भ हुआ, जो 26 जून को पूर्ण होगा। शिविर में क्षेत्र के लगभग 50 राजपूत बालक भाग ले रहे हैं। प्रांत प्रमुख मोहब्बत सिंह धींगाणा, खुशपालसिंह उथमण, बहादुर सिंह सारंगवास, शिव सिंह ढूंढा आदि बालको के प्रशिक्षण में सहयोग कर रहे हैं।