तेरह दिन में अट्ठारह प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न
श्री क्षत्रिय युवक संघ के प्रशिक्षण शिविरों की श्रृंखला अनवरत चल रही है। 25 अक्टूबर से 06 नवम्बर की 13 दिन की अवधि में विभिन्न स्थानों पर कुल अट्ठारह प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न हुए। इनमें तीन माध्यमिक तथा पंद्रह प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर (पाँच बालिका शिविर सहित) सम्मिलित है। सभी शिविरों के संक्षिप्त समाचार यहाँ प्रस्तुत है। चित्तौड़गढ़ संभाग के भीलवाड़ा-हाड़ौती प्रान्त में एक माध्यमिक प्रशिक्षण शिविर श्री धनोप माताजी (शाहपुरा), भीलवाडा में महर्षि गौतम धर्मशाला में आयोजित हुआ। 28 अक्टूबर से 03 नवंबर की अवधि में सम्पन्न इस शिविर का संचालन संघ के केन्द्रीय कार्यकारी श्री गजेन्द्र सिंह आऊ ने किया, जिसमें बडला, बेमला, झांतल, जालिया-3, लांबापारडा, बडागांव, बेसाकुण्डाल, मानसिंहजी का खेडा, राणावतों की सादडी, ढुलियाना, बडवास, भादु, तेलाडा लीमडी, कोटडा, बिशाला(बाडमेर), गांगलास, पीथास, वणवासा आदि गांवो से स्वयंसेवक सम्मिलित हुए। विजयराज सिंह जी जालिया, हिम्मत सिंह जी पीलोदा तथा बृजराज सिंह जी खारड़ा ने मिलकर व्यवस्था का जिम्मा सम्भाला। जयपुर प्रान्त के नायला के नजदीक स्थित रानियावास गांव में भी एक माध्यमिक प्रशिक्षण शिविर 27 अक्टूबर से 02 नवम्बर तक आयोजित हुआ। वरिष्ठ स्वयंसेवक श्री राम सिंह जी माडपुरा ने शिविर का संचालन किया। शिविर में रानियावास, लिखली, महरौली, मूंडरू, लुनियावास, जयपुर शहर आदि क्षेत्रों के स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। श्री राजेन्द्र सिंह व श्री महेन्द्र सिंह ने व्यवस्था का जिम्मा सम्भाला। बालोतरा संभाग के बायतु प्रान्त के कानोड़ गांव स्थित कोजराजसिंह की ढाणी में भी 25 से 31 अक्टूबर की अवधि में माध्यमिक प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुआ। वरिष्ठ स्वयंसेवक देवीसिंह जी माडपुरा के संचालन में सम्पन्न इस शिविर में बालोतरा, बायतु, कल्याणपुर, पाटोदी, सिवाणा, पादरू आदि क्षेत्रों के 140 से अधिक स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। कानोड़ के श्री मानसिंह, श्री सुमेरसिंह, श्री भवानीसिंह आदि ने व्यवस्था का जिम्मा सम्भाला। शिविर के दौरान 26 अक्टूबर को शिविरार्थियों को माननीय संघप्रमुख श्री का भी सान्निध्य प्राप्त हुआ। इस दौरान बालिकाओं के पाँच प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न हुए। जयपुर संभाग के अंतर्गत जयपुर शहर प्रांत में बालिकाओं का प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर जगदम्बा उच्च माध्यमिक विद्यालय, नांगल जैसाबोहरा में आयोजित हुआ। 28 से 31 अक्टूबर की अवधि में सम्पन्न इस शिविर का संचालन श्रीमति कल्पना कंवर सिंघाना ने किया। शिविर में जयपुर शहर, दुर्गा महिला शिक्षण संस्थान सीकर, अलवर, महरौली आदि क्षेत्रों से बालिकाएँ सम्मिलित हुई। श्री राजेन्द्र सिंह बोबासर ने व्यवस्था में सहयोग किया। जोधपुर संभाग के अंतर्गत जोधपुर शहर प्रान्त का बालिका प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर शहर स्थित संघ कार्यालय तनायन में आयोजित हुआ। यह शिविर 27 से 30 अक्टूबर की अवधि में श्रीमती उषा कँवर पाटोदा के संचालन में सम्पन्न हुआ, जिसमें शिविर में चौपासनी, नांदड़ी, जय भवानी नगर, बासनी, ओसियाँ आदि क्षेत्रों के साथ ही दुर्गा महिला संस्थान सीकर से भी बालिकाएँ सम्मिलित हुई। श्री उम्मेद सिंह सेतरावा ने व्यवस्था का जिम्मा सम्भाला। जालोर संभाग के अन्तर्गत पाली जिले के तखतगढ़ में स्थित अभय नोबल्स स्कूल के प्रांगण में भी एक बालिका शिविर आयोजित हुआ। 29 अक्टूबर से 01 नवंबर की अवधि में सम्पन्न इस शिविर का संचालन श्रीमती रश्मि कँवर देलदरी ने किया। शिविर में देसू, झिंझनियाली, रातड़ी, काठाड़ी, मालपुरा, ढूंढा, सांपनी, भवरानी, बेदाना, तड़वा, रोडला आदि गाँवो की 250 से अधिक बालिकाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। श्री पूरण सिंह राजपुरा, श्री गजेंद्र सिंह बलुपुरा व श्री शम्भू सिंह आलावा ने व्यवस्था का जिम्मा सम्भाला। बीकानेर प्रान्त में बालिकाओं का प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर बीकानेर शहर स्थित संघ कार्यालय नारायण निकेतन में सम्पन्न हुआ। 27 से 30 अक्टूबर तक आयोजित इस शिविर का संचालन श्रीमती रीटा कँवर देवलिया ने किया। शिविर में बीकानेर शहर के अतिरिक्त विजयनगर, छत्तरगढ़, मोरखाना, किरतासर, पुंडलसर, जोधासर आदि गाँवों की लगभग 100 बालिकाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसी प्रकार जैसलमेर संभाग में सोनू गाँव में बालिकाओं का प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर 03 से 06 नवम्बर तक सम्पन्न हुआ। श्रीमति रतन कँवर सेतरावा के संचालन में सम्पन्न इस शिविर में बेरसियाला, पूनमनगर, पारेवर, राघवा, सोनू, मोहनगढ़, रामगढ़, सेऊवा, चांधन, भोजराज की ढाणी, बरना, सनावड़ा, म्याजलार, फूलिया, तेजमालता, जोगा, अवाय आदि गाँवों की 270 से अधिक बालिकाएँ सम्मिलित हुई। गुजरात के मेहसाना प्रान्त में कड़ी तहसील के घुमासन गांव में तारीख 3 से 5 नवंबर तक बालकों का प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर संपन्न हुआ। शिविर का संचालन श्री विक्रमसिंह कमाना ने किया। शिविर में घुमासन, समौ, वसई, पिलवाई, करजिसन, भेसाना, पडुस्मा, मेहसाना, मोटीचंदुर, जगनाथपुर, जेतलवासना, थलसर(भावनगर) आदि गांवों के 160 से अधिक युवा सम्मिलित हुए। घुमासन के समस्त ग्रामवासियों ने मिलकर व्यवस्था में सहयोग किया। बीकानेर संभाग में दो प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न हुए। बीकानेर प्रान्त के गीगासर गांव में 28 से 31 अक्टूबर तक आयोजित शिविर का संचालन श्री खींव सिंह सुल्ताना ने किया। शिविर में किरतासर, गीगासर, बेलासर, झंझेऊ, खारा, सियाना आदि गांवों के लगभग 90 शिविरार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। श्री रेवन्त सिंह जाखासर ने ग्रामवासियों के सहयोग से व्यवस्था संभाली। कोलायत प्रान्त के अंतर्गत उदट गांव में 02 से 05 नवम्बर तक प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हुआ, जिसका संचालन श्री शक्ति सिंह आशापुरा ने किया। शिविर में उदट, लूना, गड़ियाला, नयागांव, करनीपुरा, गोकल, खारा आदि गांवों के युवा सम्मिलित हुए। श्री भंवरसिंह एवं श्री चन्द्रसिंह उदट ने ग्रामवासियों के साथ मिलकर व्यवस्था का जिम्मा सम्भाला। शिविर के तीसरे दिन स्नेहमिलन का कार्यक्रम भी रखा गया, जिसमें आस पास के क्षेत्र के समाजबंधु सम्मिलित हुए। इसी प्रकार नागौर संभाग में भी दो प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुए। लाडनू-सूजानगढ प्रान्त में बीदासर मंडल के घंटियाल बडी गांव में 03 से 06 नवंबर तक एक शिविर सम्पन्न हुआ, जिसका संचालन श्री श्याम सिंह छापडा ने किया। शिविर में कोडासर, दूंकर, घंटियाल छोटी तथा बडी, लिखमणसर, ढींगसरी, छापडा, आसरवा, सिंघाना आदि गांवों के बालकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। श्री शुभकरण सिंह घंटियाल बडी ने व्यवस्था का जिम्मा सम्भाला। कुचामन प्रान्त में भी एक शिविर रायथलिया गांव में 28 से 31 अक्टूबर की अवधि में सम्पन्न हुआ, जिसका संचालन श्री उगम सिंह गोकुल ने किया। शिविर में रायथलिया, आसरवा, सफेड, नंगवाड़ा, चावण्डिया, खरेश, प्यांवा, गांवडी, बगतपुरा, कुचामन, पीपासर, हरनांवा, ढिगाल, देवला आदि गाँवों के लगभग 115 युवा सम्मिलित हुए। रायथलिया गांव से सर्वश्री जितेन्द्र सिंह, राजय सिंह, बजरंग सिंह, अशोक सिंह, रूपेन्द्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, मातादीन सिंह आदि ने व्यवस्था में सहयोग किया। जालोर प्रान्त के डोडियाली गाँव स्थित शंखेश्वर महादेव मन्दिर के प्रांगण में भी 01 नवम्बर 04 नवम्बर तक प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हुआ, जिसका संचालन प्रान्त प्रमुख श्री गणपत सिंह भवरानी ने किया। शिविर में मोरुआ, बेदाना, सेदरिया, अगवरी, चरली, आलावा, डोडियाली, सुगालिया, रसियावास, पांचोटा, वलदरा, मांडाणी, नारादरा, चाँदना, काणदर, सांडेराव, राजपुरा, बलुपुरा, उथमण, चुरा इत्यादि गाँवो के लगभग 120 युवाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। सर्व श्री वीरेन्द्रसिंह बेदाना, कुलदीप सिंह गरनिया, लोकेंद्रसिंह बेदाना, महावीर सिंह सेदरिया, जितेंद्रसिंह मोरुआ, नरेन्द्रसिंह बेदाना, गोपालसिंह आलावा, दलपतसिंह पचानवा आदि ने व्यवस्था में सहयोग किया। सीकर जिले के भगतपुरा गांव में भी 02 से 05 नवंबर तक शिविर का आयोजन हुआ जिसका संचालन केन्द्रीय कार्यकारी श्री रेवन्त सिंह पाटोदा ने किया। शिविर में भगतपुरा, महरौली, चावंडिया, भिराना, सामी, राजपुरा, जुलियासर, खोली, कासली आदि गाँवो के युवाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। भगतपुरा के समस्त समाजबंधुओं ने मिलकर व्यवस्था में सहयोग किया। चुरू जिले के बोघेरा गांव में भी 28 से 31 अक्टूबर की अवधि में एक शिविर सम्पन्न हुआ, जिसका संचालन श्री गुलाब सिंह आशापुरा ने किया। शिविर में रेडी, सरायन, बोघेरा, लाखासर, राजपुत होस्टल सरदारशहर आदि के बालकों ने प्रशिक्षण लिया। श्री कान सिंह बोघेरा ने व्यवस्था का जिम्मा सम्भाला। शिविर के विदाई कार्यक्रम में क्षेत्र के सैकडों समाजबंधु सम्मिलित हुए। इसी प्रकार चांधन प्रान्त के अन्तर्गत करमों की ढाणी में भी इसी अवधि में प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुआ। प्रान्त प्रमुख श्री तारेंद्र सिंह झिंझनियाली के संचालन में सम्पन्न इस शिविर में क्षेत्र के लगभग 125 युवाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। सभी ग्रामवासियों ने मिलकर व्यवस्था का जिम्मा सम्भाला। इसी अवधि में पोकरण संभाग के अन्तगर्त फलोदी प्रान्त के बाप गाँव मे भी एक प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुआ, जिसका संचालन श्री राजेन्द्र सिंह आलसर ने किया।