प्रशासनिक अधिकारियों का स्नेहमिलन आयोजित
"संसार में अनेक लोग श्रेष्ठ काम कर रहे हैं, लेकिन ये सभी प्रयास व्यक्तिगत स्तर पर हैं। ऐसे सभी प्रयासों को यदि संघबद्ध कर दिया जाए तो सार्थक परिणाम मिल सकेंगे। इसीलिए नेक लोगों का एक होना आवश्यक है लेकिन साथ होने वाले लोगों का नेक बनना भी आवश्यक है।" यह सन्देश माननीय संघप्रमुखश्री ने 23 सितम्बर को संघ के केन्द्रीय कार्यालय 'संघशक्ति भवन' में आयोजित प्रशासनिक अधिकारीयों के स्नेहमिलन को संबोधित करते हुए दिया। इससे पूर्व वरिष्ठ स्वयंसेवक श्री महावीर सिंह सरवड़ी ने कार्यक्रम में उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों को श्री क्षत्रिय युवक संघ का परिचय देते हुए स्थापना, उद्देश्य, कार्यप्रणाली, संगठनात्मक स्वरूप की जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान चर्चा में युवा अधिकारियों ने अनेक सामजिक विषयों पर अपने विचारों एवं अनुभवों को सामने रखा। समाज में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना, समाज की मेधावी छात्र-शक्ति को विभिन्न प्रकार की सहायता उपलब्ध कराना, आरक्षण व्यवस्था के भीतर भी अपनी क्षमता को बनाये रखना, समाज में संस्कार निर्माण की आवश्यकता, सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की भावना, अपनी क्षमताओं एवं योग्यताओं को निर्बल एवं कमजोर को सबल बनाने में उपयोग करने आदि बिन्दुओं पर चर्चा हुई। कार्यक्रम में 2007 के बाद चयनित हुए युवा प्रशासनिक अधिकारियों को ही निमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में 100 से अधिक युवा अधिकारी सम्मिलित हुए, जिनमे बड़ी संख्या में महिला अधिकारी भी शामिल थी। सभी ने इस प्रकार के कार्यक्रमों की आवश्यकता बताई, जिससे समाज की अधिकारी शक्ति का समाज, राष्ट्र एवं मानवता की सेवा में सदुपयोग किया सके। इस दौरान भारतीय पुलिस सेवा के अमन सिंह राठौड़ तथा राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी लक्ष्मण सिंह शेखावत, गोपाल सिंह शेखावत, राजेंद्र सिंह सिसोदिया, लक्ष्मण सिंह जसोल, नीतू राठौड़, महावीर सिंह, ऋषिराज सिंह चौहान, देवेन्द्र सिंह परमार, वीरेंद्र सिंह शेखावत, देशराज सिंह आदि ने अपने सुझाव प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का सञ्चालन प्रशासनिक अधिकारी महेंद्र प्रताप्र सिंह भाटी ने किया।