बार बार स्मरण से दृढ़ होता है संकल्प – संघप्रमुख श्री
(उच्च प्रशिक्षण शिविर रूपी यज्ञ की पूर्णाहुति) जो अपना है उसे हम भूलते नहीं है। श्री क्षत्रिय युवक संघ भी मेरा है अगर यह दायित्व बोध आ जाएगा तो हम संघ को नहीं भूलेंगे लेकिन इसे यदि जीवन के अन्य कार्यों के समानांतर कार्य मान लिया तो निश्चय ही भूल जाएंगे। संघ को यदि आपने अपना माना है तो आपको जीवन भर संघ याद रहेगा। इस यज्ञ की त्यागस्वरूपा भस्म का तिलक अपने भाल पर करके जाएं और श्री क्षत्रिय युवक संघ को अपना मानने के संकल्प को दृढ़ करें। कोई भी संकल्प दृढ़ तभी होता है जब उसे बार-बार याद किया जाए। आप संघ को स्मरण रखें और जब भी अवसर मिले पुनः शाखा और शिविर के माध्यम से ऐसे वातावरण में आने का प्रयास करें। उपरोक्त संदेश माननीय संघ प्रमुख श्री ने उच्च प्रशिक्षण शिविर, आलोक आश्रम, बाड़मेर में आज अपने विदाई उद्बोधन में दिया। 19 मई से प्रारंभ शिविर की पूर्णाहुति आज 29 मई को हुई जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से 500 से अधिक स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। #ShriKYS