मुम्बई में मनाई सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयन्ती

दिनांक 4/06/2017 को प्रतिवर्ष की भांति श्री क्षत्रिय युवक संघ के मुम्बई प्रान्त की तनैराज शाखा (मुम्बई मंडल) में चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वी राज चौहान की 851वीं जयन्ती गिरगाम चौपाटी पर मनाई गई। समारोह का प्रारम्भ महापुरुष को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुआ। श्री जीतेन्द्र सिंह धीरा ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान के व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए बताया कि सम्राट पृथ्वीराज युद्ध-कला, वीणा-वादन, संगीत आदि विविध कलाओं में पारंगत होने के साथ ही उदारता और क्षमा जैसे क्षत्रियोचित गुणों के धनी थे। उन्होंने मात्र 14 वर्ष की उम्र में राजगद्दी पर बैठते ही दो बड़े युद्ध जीत कर अपनी विलक्षण प्रतिभा के संकेत दे दिए थे। वह ईश्वरीय भाव के साथ प्रजा का पालन करते थे। उन्होंने काबुल तक के क्षेत्र को जीत कर के भी किसी धर्म की मान और मर्यादा को कभी भंग नहीं किया, शरणागत अफगान मीर हुसैन को सहारा और सुरक्षा देकर उनसे शब्दभेदी बाण और अन्य कलाएं सीखी। अपने दुश्मन पाखंडी और धोखेबाज मुहम्मद गौरी को 17 बार हराने के बाद भी अपने उदार स्वभाव के कारण उसको हर बार क्षमा किया। इन्हीं गुणों के कारण वे आज भी विश्व भर में प्रसिद्ध है। इस अवसर पर स्वयंसेवकों द्वारा संघ कार्य पर चर्चा की गई जिसमें निश्चित किया गया कि माननीय संघप्रमुख श्री के निर्देशानुसार मुम्बई को मंडल से प्रान्त बना देने से हम सभी की जिम्मेदारी बढ़ गई है अतः हम सबको कुछ न कुछ उत्तरदायित्व अवश्य लेना चाहिए और संघ कार्य में जुट जाना चाहिए, जिससे पूज्य तनसिंह जी के स्वप्न को साकार होने में हम भी अपना सहयोग प्रदान कर सकें।