शिविर में हुआ यज्ञोपवीत संस्कार
पुष्कर में आयोजित हो रहे श्री क्षत्रिय युवक संघ के उच्च प्रशिक्षण शिविर में आज तीसरे दिन यज्ञोपवीत संस्कार संपन्न किया गया जिसमे सभी स्वयंसेवकों ने मंत्रोच्चार के साथ नवीन यज्ञोपवीत धारण किये | इसके पश्चात् सामूहिक हवन प्रारम्भ किया गया | 'मेरी साधना' पुस्तक पर चर्चा में संघ के संचालन प्रमुख श्री महावीर सिंह सरवड़ी ने स्पष्ट किया कि स्वधर्म पालन की भावना को संकुचित बताने वाले अपने राजनैतिक स्वार्थों को साधने के लिए ऐसा करते है | गीता में भगवान ने स्वधर्म पालन को श्रेयसाधन का एकमात्र मार्ग बताया है | साथ ही बौद्धिक प्रवचन के तहत महेंद्र सिंह पांची ने संघ की साधना के लिए अधिकारी साधक की अहर्ताएं बताई | संचालन प्रमुख श्री महावीर सिंह ने बताया कि साधन का हठ साधना में बाधक है | इसीलिए देश, काल, परिस्थिति के अनुसार साधन बदलते रहने चाहिए | शिविर में 300 से अधिक स्वयंसेवक खेल, चर्चा, बौद्धिक, प्रार्थना आदि के द्वारा सात्विक गुणों को अपने आचरण में डालने का गहन अभ्यास कर रहे है जो 22 मई तक चलेगा |