समारोह पूर्वक मनाई राष्ट्रनायक दुर्गादास राठौड़ की जयन्ती

13 अगस्त को आंग्ल पंचांग के अनुसार राष्ट्र नायक वीर दुर्गादास राठौड़ की जयंती विभिन्न स्थानों पर समारोह पूर्वक मनाई गई जिसमें स्वयंसेवकों व समाजबंधुओं ने श्रद्धेय दुर्गादास जी के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित की। जालौर संभाग के धानपुर में माननीय संघ प्रमुख श्री लक्ष्मण सिंह बैण्यांकाबास के सानिध्य में जयंती समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दुर्गा दास जी सच्चे अर्थों में राष्ट्र नायक हैं क्योंकि उन्होंने भारत के सनातन मूल्यों को अपना जीवन व्यवहार बनाया। उन्होंने अपना जीवन एक आदर्श क्षत्रिय के रूप में जिया। हमने भी राजपूत के घर में जन्म लिया है लेकिन हमारे भीतर क्षत्रियत्व कितना है, रजपूती कितनी है यह स्वयं हमारे आकलन करने की बात है। गीता में वर्णित क्षत्रिय के सात गुण शौर्य, तेज, धैर्य, दक्षता, युद्ध से पलायन न करना, दान शीलता और ईश्वरीय भाव जब हमारे भीतर आएंगे तभी हम दुर्गा दास जी की तरह सच्चे क्षत्रिय बन सकेंगे। संभाग प्रमुख अर्जुन सिंह देलदरी स्वयंसेवकों व समाजबंधुओं सहित कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे। बाड़मेर संभाग के शिव प्रांत में भिंयाड़ गांव स्थित मातेश्वरी शाखा मैदान में वीर दुर्गादास राठौड़ की जयंती मनाई गई जिसमें राजेंद्र सिंह भिंयाड़ द्वितीय स्वयंसेवकों सहित उपस्थित रहे। संभाग के गुड़ामालानी प्रांत के अंतर्गत पूज्य तनसिंह जी के पैतृक गांव रामदेरिया में भी दुर्गादास जी की जयंती मनाई गई। प्रांत के उंडखा तथा मिठड़ा गांव में भी जयंती के उपलक्ष में कार्यक्रम आयोजित हुए। बायतु प्रांत के आकदड़ा गांव स्थित नागणेशी माता मंदिर के प्रांगण में भी जयंती मनाई गई। प्रांत के पाटोदी गांव में भी जयंती कार्यक्रम का आयोजन हुआ। सिवाना स्थित श्री कल्ला रायमलोत राजपूत बोर्डिंग में भी जयंती मनाई गई जिसमें हनवंत सिंह मवड़ी स्वयंसेवकों सहित उपस्थित रहे। जोधपुर संभाग में जय भवानी नगर (बासनी), देचू (शेरगढ़), राजपूत छात्रावास (फलोदी), केतु (शेरगढ़), बस्तवा (शेरगढ़), बामणू (फलोदी), बेदू (औसियां), खेजडला, पालड़ी सिद्धा और खारिया खंगार में जयन्ती मनाई गई। जयपुर संभाग के अंतर्गत बजरंग द्वार मंडल के रघुराज अकादमी विद्यालय के प्रांगण में राष्ट्र नायक की जयंती मनाई गई जिसमें केंद्रीय कार्यकारी गजेंद्र सिंह आऊ तथा संभाग प्रमुख राजेंद्र सिंह बोबासर स्वयंसेवकों व समाजबंधुओं सहित उपस्थित रहे। महाराष्ट्र संभाग के अंतर्गत दक्षिण मुंबई प्रांत की तनैराज शाखा द्वारा गिरगांव चौपाटी पर जयंती मनाई गई। उत्तर मुंबई प्रांत की नारायण शाखा द्वारा भायंदर में तथा वीर दुर्गादास शाखा द्वारा मलाड में जयंती मनाई गई। बनासकांठा प्रांत के अंतर्गत धानेरा स्थित राजपूत हॉस्टल में भी जयंती मनाई गई। इस दौरान प्रांत प्रमुख अजीत सिंह कुणघेर तथा गुमान सिंह माडका सहयोगियों सहित उपस्थित रहे। रानीवाड़ा स्थित राजपूत छात्रावास में भी शाखा स्तर पर जयन्ती मनाई गई। पाली प्रांत के सुमेरपुर स्थित महाराजा हनुवंत सिंह उद्यान में महाराणा प्रताप शाखा द्वारा दुर्गा दास जी की जयंती मनाई गई। देचू गांव में भी जयन्ती मनाई गई। अजमेर के सरवाड़ में वरिष्ठ स्वयंसेवक विजय राज सिंह जालिया की उपस्थिति में क्षत्रिय सभा संस्थान द्वारा दुर्गादास जी की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त कर्नल रघुवीर सिंह गोयला, भूपेंद्र सिंह सावर (पूर्व प्रधान) अंबिका चरण सिंह (अध्यक्ष, क्षत्रिय सभा केकड़ी), वीरेंद्र सिंह बांदनवाड़ा, महेंद्र सिंह ढोस सहित अनेकों गणमान्य सज्जन उपस्थित रहे। बीकानेर संभाग के प्रान्त चुरू में गांव दसूसर, बिरान और भूकरका में मंडल स्तर पर जयंती मनाई गई। श्री डुंगरगढ़ प्रान्त के मंडल पुन्दलसर में हनुमानजी मन्दिर में तथा छतरगढ़ प्रान्त के मोतिगढ़ गांव में शाखा स्तर पर जयंती कार्यक्रम आयोजित हुआ। सूरतगढ़ स्थित करणी माता मंदिर के परिसर में भी दुर्गादास जी की जयन्ती मनाई गई। कार्यक्रम में संस्था के वरिष्ठ संरक्षक हरि सिंह भाटी व भीम सिंह राठौड़ सहित अनेकों गणमान्य समाजबंधुओं ने श्रद्धेय दुर्गादास जी के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित दुर्गादास जी के स्मारक पर उज्जैन राठौड़ क्षत्रिय समाज ट्रस्ट, उज्जैन राठौर नगर सभा, महिला संगठन, युवा संगठन, मध्यप्रदेश प्रांतीय राठौर क्षत्रिय सभा के कार्यकर्ताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्रनायक को स्मरण किया। बालोतरा संभाग के अंतर्गत आवासन मंडल के सेक्टर 4 में तथा जागसा स्थित नागणेची मंदिर में जयन्ती मनाई गई। मेवानगर में भी कार्यक्रम आयोजित हुआ। गाँधीनगर (गुजरात) के सेंट्रल विस्टा गार्डन में वरिष्ठ स्वयंसेवक महावीर सिंह हरदासकाबास की उपस्थिति में जयन्ती मनाई गई।