3 दिसंबर को आयोजित कार्यक्रमों के समाचार, हीरक जयन्ती संदेश यात्रा पहुँची जयपुर

22 नवंबर को पूज्य तनसिंह जी सदन, बाड़मेर से रवाना हुई हीरक जयंती संदेश यात्रा अपनी 2500 किलोमीटर लम्बी यात्रा पूरी करके सैकड़ों गांवों से होती हुई 3 दिसंबर की शाम को संघशक्ति, जयपुर पहुंची जहां माननीय संरक्षक श्री भगवान सिंह रोलसाहबसर, वरिष्ठ स्वयंसेवक महावीर सिंह जी सरवड़ी व माननीय संघ प्रमुख श्री लक्ष्मण सिंह बैण्यांकाबास ने पुष्पांजलि अर्पित करके यात्रा का स्वागत किया। शहर में रहने वाले स्वयंसेवक व स्वयंसेविकाएँ भी यात्रा के स्वागत के लिए संघशक्ति पहुंचे। 3 दिसंब को ही दौसा के रॉयल पैलेस होटल में माननीय संघ प्रमुख श्री लक्ष्मण सिंह जी बैण्यांकाबास के सानिध्य में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का संचालन मनोज सिंह राघव ने किया। पूर्वी राजस्थान संभाग प्रमुख मदन सिंह बामणिया सहयोगियों सहित उपस्थित रहे। इसी दिन टोडाभीम राजपूत समाज की बैठक भी भीम पैलेस में आयोजित हुई। अलवर शहर में समाज के प्रबुद्धजनों की बैठक आयोजित हुई जिसमें हीरक जयन्ती में अधिकाधिक संख्या पहुंचाने के लिए कार्ययोजना बनाई गई। साथ ही अलवर जिले के स्वयंसवेकों ने मुंडावर तहसील के राजपूत बाहुल्य गांवों - शामदा, छापुर, पदमाड़ा कल्ला, भीवाड़ा में संपर्क किया और समाजबंधुओं को 22 दिसंबर को जयपुर आने का न्यौता दिया। लाडनूं सुजानगढ़ प्रांत में डीडवाना मंडल में 3 दिसंबर को सिंघाना, पाटन, आजवा, ठाकरियावास, दुदौली, चौमू, डडेल, भण्डारी, मामडौदा, केराप, चक, खारड़िया आदि गांवों में संपर्क करके दलों का गठन किया गया जो 22 दिसंबर को समाजबंधुओं को साथ लेकर जयपुर पहुंचेंगे। इसी प्रकार लाडनूं मंडल में दूजार, बाकलिया, बादेड़, बेड़, सांवराद, छप्पारा, धूड़ीला, खामियाद, नंदवाण, रताऊ, कोयल आदि गांवों में भी संपर्क करके दलों का गठन किया गया। भीलवाड़ा प्रान्त में व अजमेर के केकड़ी में भी कोहड़ा, गुलगाव व सदारी गांवों में हीरक जयन्ती हेतु संपर्क किया गया। बायतु प्रान्त के गिड़ा मंडल के लापुदड़ा गांव में बैठक का आयोजन हुआ। #भव्य_हीरक_जयन्ती_समारोह #shrikys