देशभर में उत्साह व श्रद्धा से मनाई संस्थापक श्री की 97वीं जयन्ती

25 जनवरी को श्री क्षत्रिय युवक संघ के संस्थापक पूज्य श्री तनसिंह जी की 97वीं जयन्ती स्वयंसेवकों तथा समाजबंधुओं द्वारा उत्साह व श्रद्धापूर्वक मनाई गई। जयन्ती की पूर्व संध्या पर तथा जयन्ती के अगले दिन भी अनेक स्थानों पर जयन्ती कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। मुख्य जयन्ती कार्यक्रम वर्चुअल स्वरूप में मनाया गया जिसके अंतर्गत 25 जनवरी को प्रातः सात बजे संघ के यूट्यूब चैनल तथा फेसबुक पेज पर जयन्ती कार्यक्रम का प्रसारण हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय संघप्रमुख श्री ने पूज्य तनसिंह जी के प्रति अपनी श्रद्धा व कृतज्ञता प्रकट की। इससे पूर्व संचालन प्रमुख श्री लक्ष्मण सिंह बेण्यांकाबास ने पूज्य श्री तनसिंह जी के जीवन वृत्तांत को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया। देशभर से समाजबंधुओं ने कार्यक्रम में जुड़कर अपने प्रेरणास्रोत के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। आलोक आश्रम, बाड़मेर में माननीय संघप्रमुख श्री के सान्निध्य में जयन्ती कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें शहर में रहने वाले समाजबंधु परिवार सहित सम्मिलित हुए। उन्हें संबोधित करते हुए संघप्रमुख श्री ने कहा कि जयन्तियां उन्हीं की मनाई जाती है जिन्होंने समाज, राष्ट्र और मानवता के लिए महत्त्वपूर्ण योगदान दिया हो। पूज्य श्री तनसिंह जी का ऐसा ही अमूल्य योगदान है श्री क्षत्रिय युवक संघ। 22 दिसंबर 2021 को संघ की हीरक जयन्ती के अवसर पर जयपुर में होने वाले कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए मैं आप सब को आमंत्रित करता हूँ। मातृशक्ति को भी मैं संघ से अधिक से अधिक संख्या में जुड़ने का आह्वान करता हूँ क्योंकि मातृशक्ति की सहभागिता से ही बच्चों में संस्कार निर्माण किया जा सकता है। वरिष्ठ स्वयंसेवक तथा शिक्षाविद श्री कमल सिंह चूली ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। बाड़मेर के सिवाणा में भी सुंदरिया बेरा पर पूज्य श्री की जयंती माननीय संघप्रमुख श्री के सान्निध्य में मनाई गई। कार्यक्रम में उद्बोधन देते हुए उन्होंने कहा कि तनसिंह जी ने एक आदर्श क्षत्रिय का जीवन जिया और हम भी वैसा जीवन जी सकें, उसके लिए श्री क्षत्रिय युवक संघ के रूप में व्यावहारिक मार्ग प्रदान किया। उनकी प्रेरणा से हम भी इस मार्ग पर चल सकें, ऐसी प्रार्थना आज हम उनकी जयंती के अवसर पर करें। करण सिंह दुधवा ने तनसिंह जी के परिचय का वाचन किया तथा हिन्दू सिंह सिणेर ने कार्यक्रम का संचालन किया। बाड़मेर संभाग के गुडामालानी प्रांत में पूज्य श्री तनसिंह जी के पैतृक गांव रामदेरिया में भी 26 जनवरी को माननीय संघप्रमुख श्री के सान्निध्य में तनसिंह जी की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम को रावल त्रिभुवन सिंह बाड़मेर, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, वरिष्ठ स्वयंसेवक कमल सिंह चुली तथा तन सिंह जी की सुपुत्री जागृति कंवर हरदासकाबास ने भी संबोधित किया। जयन्ती की पूर्व संध्या पर 24 जनवरी को संघशक्ति, जयपुर में प्रताप युवा शक्ति द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें स्वयंसेवकों द्वारा सैंकड़ों यूनिट रक्तदान किया गया। इस दौरान माननीय महावीर सिंह जी सरवड़ी, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह जी खाचरियावास, विधायक नरपत सिंह जी राजवी, बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्रसिंह जी राठौड़ आदि विशिष्ट लोग भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान यथार्थ गीता तथा हेलमेट का वितरण किया गया तथा सड़क सुरक्षा का संदेश भी दिया गया। 25 जनवरी को संघशक्ति में ही वरिष्ठ स्वयंसेवक दीप सिंह बेण्यांकाबास की उपस्थिति में पूज्य श्री तनसिंह जी की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कार्यकारी गजेंद्र सिंह आऊ ने पूज्य श्री के प्रति अपनी कृतज्ञता उद्घाटित की। संभाग प्रमुख राजेन्द्रसिंह बोबासर से संचालन किया। 25 जनवरी को जोधपुर संभाग में कुल सत्रह स्थानों पर जयन्ती कार्यक्रम आयोजित हुए। केंद्रीय कार्यकारी प्रेमसिंह रणधा की उपस्थिति में भेड़ व पीलवा में तथा केंद्रीय कार्यकारी रेवंत सिंह पाटोदा की उपस्थिति में केतु मदा में जयन्ती मनाई गई। शाखा कार्यालय प्रमुख महेन्द्र सिंह गूजरावास हनुवंत छात्रावास पावटा में, संभाग प्रमुख चन्द्रवीर सिंह देणोक जय भवानी नगर बासनी में, वरिष्ठ स्वयंसेवक चैन सिंह बैठवास तनायन कार्यालय में, भैरूसिंह बेलवा बापिणी में, पदमसिंह ओसियां - ओसियां गांव में, चन्द्रवीर सिंह भालु बेलवा राजगढ़ व मंगल बाल विद्यालय बेलवा में, सुमेर सिंह चौरड़िया सेतरावा में, मोती सिंह जेठानीया में, सांवत सिंह ऊचाईडा़ शिक्षक कॉलोनी चौपासनी में, लक्ष्मण सिंह जी गुडा़नाल विजयनगर चौपासनी में, गेन सिंह चांदनी गुरो के तालाब में, चैन सिंह साथीन - साथीन में तथा रघुवीर सिंह जी बेलवा ओल्ड कैंपस में आयोजित कार्यक्रम में सहयोगियों सहित शामिल हुए। बीकानेर शहर स्थित संघ कार्यालय नारायण निकेतन में भी जयन्ती समारोह का आयोजन हुआ जिसमें संभागप्रमुख रेवन्त सिंह जाखासर सहयोगियों सहित शामिल हुए। श्री करणी राजपूत छात्रावास नोखा में पूज्य श्री की जयंती मनाई गई जिसमें प्रान्त प्रमुख करणी सिंह भेलू उपस्थित रहे। छतरगढ़ प्रान्त के मोतीगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में खींवसिंह सुल्ताना उपस्थित रहे। करणी छात्रावास (सरदार शहर) में भी जयन्ती मनाई गई। बीकानेर संभाग के गोकुल, रेडी, दसूसर, सूरतगढ़, नोसरिया तथा मिग्सरिया आदि स्थानों पर भी जयंती कार्यक्रम आयोजित हुए। श्रद्धेय नारायणसिंह रेडा स्मृति स्थल पर भी मातृशक्ति द्वारा जयन्ती मनाई गई। कोलायत प्रान्त के आशापुरा गांव में भी जयन्ती मनाई गई। पूगल में आयोजित कार्यक्रम में चंद्रवीर सिंह गोकुल सहयोगियों सहित उपस्थित रहे। कल्याणपुर प्रान्त में 19 जनवरी से 25 जनवरी तक पूज्य श्री तन सिंहजी जयंती महोत्सव सप्ताह का आयोजन हुआ। इस दौरान 19 जनवरी को थोब, 20 को कल्याणपुर, 21 को चारलाई कला, 22 को देमो की ढाणी, 23 को कांकराला, 24 को दईपड़ा खींचियान तथा 25 को रेवाडा जेतमाल में कार्यक्रम आयोजित हुए। इसी प्रकार बालोतरा प्रान्त में भी पूज्य श्री तनसिंह जयन्ती सप्ताह का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत 19 जनवरी को दाखां स्थित महादेव मंदिर में, 20 को आवासन मंडल स्थित श्री विवेकानंद उच्च माध्यमिक विद्यालय में, 21 को टापरा स्थित नागणेची माता मंदिर में, 22 को वेदरलाई गोपड़ी स्थित स्वर्गीय जालम सिंह सभा भवन में, 23 को वीर दुर्गादास राजपूत छात्रावास बालोतरा में, 24 जनवरी को वरिया स्थित सरस्वती बाल मंदिर में तथा 24 को सिणधरी स्थित मल्लीनाथ छात्रावास में कार्यक्रम आयोजित हुए। 25 जनवरी को जागसा स्थित नागणेच्या माता मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में जयन्ती सप्ताह की पूर्णाहुति हुई। इस दौरान प्रान्त प्रमुख राणसिंह टापरा सहयोगियों सहित उपस्थित रहे। सिरोही जिले के चूली गांव में आयोजित जयन्ती कार्यक्रम में प्रांतप्रमुख सुमेर सिंह उथमण उपस्थित रहे। उनके अतिरिक्त नारायण सिंह खंदरा, श्रवण सिंह रुखाडा, पाबू सिंह मांडाणी ने भी पूज्य श्री तनसिंह जी के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए। अमर सिंह चांदना ने कार्यक्रम का संचालन किया। सिरोही जिले के रेवदर स्थित राजपूत छात्रावास में तथा मांडाणी गांव में भी जयन्ती मनाई गई। जैसलमेर संभाग में भी अनेक स्थानों पर जयन्ती कार्यक्रम आयोजित हुए। जैसलमेर शहर स्थित जवाहिर छात्रावास में संभागप्रमुख गोपाल सिंह रणधा की उपस्थिति में जयन्ती मनाई गई। मोहनगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में भवानी सिंह मुंगेरिया सहयोगियों सहित उपस्थित रहे। दवाड़ा में आयोजित कार्यक्रम को रतनसिंह बडोडागांव, अचल सिंह तथा बलवंत सिंह मूलाना ने संबोधित किया। झिनझिनयाली में आयोजित कार्यक्रम में शैतान सिंह ने पूज्य श्री तनसिंह का परिचय प्रस्तुत किया। रामगढ़ स्थित राजपूत छात्रावास में वरिष्ठ स्वयंसेवक बाबू सिंह बेरसियाला की उपस्थित में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम को पूर्व विधायक छोटू सिंह, सम प्रधान तनेसिंह तथा गोरधन सिंह अर्जुना ने भी संबोधित किया। 26 जनवरी को बाबा बावड़ी में जयन्ती कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें वरिष्ठ स्वयंसेवक बाबू सिंह बेरसियाला तथा भवानी सिंह मुंगेरिया सहयोगियों व समाजबंधुओं सहित उपस्थित रहे। तेजमालता में आयोजित कार्यक्रम को गिरधरसिंह जोगीदास का गांव तथा रावत सिंह रणधा ने संबोधित किया। इसी प्रकार शोभ, बरणा, बेरसियाला, म्याजलार, रणधा, पोछीना, इंद्रा कॉलोनी (जैसलमेर), मरुधरा आदर्श छात्रावास (देवीकोट) में भी जयन्ती मनाई गई। पोकरण संभाग के अंतर्गत पोकरण में तथा रामदेवरा नाचना प्रान्त के टावरीवाला में भी जयन्ती मनाई गई जिसमें संभाग प्रमुख गणपत सिंह अवाय सहयोगियों व समाजबंधुओं सहित उपस्थित रहे। बाड़मेर संभाग के चोहटन प्रांत में चोहटन तथा सेड़वा में आयोजित कार्यक्रम में महिपाल सिंह चूली, शिव प्रांत के शिव तथा धारवी कल्लां में आयोजित कार्यक्रम में रामसिंह माडपुरा सहयोगियों व समाजबंधुओं सहित उपस्थित रहे। गुड़ामालानी प्रांत में गुड़ा मालानी तथा मीठड़ा में जयन्ती मनाई गई। गुड़ामालानी में कमल सिंह गेंहू सहयोगियों सहित उपस्थित रहे। मीठड़ा में संभाग प्रमुख कृष्ण सिंह रानीगांव ने कार्यक्रम को संबोधित किया। गडरा रोङ प्रांत में गडरा रोड़, रामसर, गिराब व हरसानी में कार्यक्रम हुए। गिराब तथा हरसाणी में देवी सिंह माडपुरा तथा रामसर व गडरा रोड में प्रकाश सिंह भुरटिया सहयोगियों व समाजबंधुओं सहित उपस्थित रहे। जगदम्बा पब्लिक उच्च माध्यमिक विद्यालय, खंडप में भी तनसिंह जी की जयंती मनाई गई जिसमें संस्था प्रधान उम्मेदसिंह तथा गणेशा राम ने अपने विचार व्यक्त किए।नागौर संभाग में नागौर शहर में अमर राजपूत छात्रावास में भी जयंती मनाई गई। इस दौरान मारवाड़ राजपूत सभा के नागौर प्रतिनिधि तेज सिंह बालवा तथा जब्बर सिंह दौलतपुरा ने पूज्य श्री को श्रद्धांजलि अर्पित की। नागौर में ही कुचामन सिटी स्थित संघ कार्यालय आयुवान निकेतन में तथा छापड़ा गांव में पूज्य श्री की जयन्ती मनाई गई। शेखावाटी प्रांत में मीरा गर्ल्स स्कूल नाथावतपुरा सीकर में भी पूज्य श्री की जयंती मनाई गई। जालोर संभाग में जालोर शहर स्थित वीरमदेव राजपूत छात्रावास, दहिवा (सायला), अचलपुर (सांचोर), बागोड़ा, बेदाना, जसवंतपुरा, हरियाली, बोकड़ा, कवराडा, रानीवाड़ा में जयन्ती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित हुए। गोपाल छात्रावास भीनमाल में आयोजित कार्यक्रम को संभाग प्रमुख अर्जुन सिंह देलदरी, नाहर सिंह जाखड़ी, श्रवण सिंह दासपां व जनक सिंह झेरण ने संबोधित किया। अचलपुर में आयोजित कार्यक्रम को प्रान्त प्रमुख महेन्द्र सिंह कारोला, राव मोहन सिंह चितलवाना, गुमान सिंह माड़का, प्रेम सिंह अचलपुर ने संबोधित किया। बागोड़ा में सुमेर सिंह कालवा उपस्थित रहे। श्री नृपालदेव छात्रावास जसवंतपुरा में संभागप्रमुख अर्जुन सिंह देलदरी सहयोगियों व समाजबंधुओं सहित उपस्थित रहे। पाली प्रान्त के सोजत मंडल में पाबूजी महाराज मंदिर शाखा गुड़ा चतुरा एवं बागड़ी नगर शाखा में तथा पाली मंडल के वीर शिरोमणि दुर्गादास छात्रावास में जयन्ती मनाई गई जिनमें वासुदेव सिंह पाटोदा तथा हीर सिंह लोडता सहयोगियों व समाजबंधुओं सहित उपस्थित रहे। रानी फालना मंडल की छोटी रानी शाखा में आयोजित कार्यक्रम को पाबूसिंह खरोकडा, अजयपाल सिंह गुड़ा पृथ्वीराज ने संबोधित किया। रायपुर मारवाड़ में पूज्य श्री की जयंती वरिष्ठ स्वयंसेवक छोटू सिंह जाखली की उपस्थिति में मनाई गई जिन्होंने तनसिंह जी के साथ बिताए समय के संस्मरण सुनाए। कार्यक्रम को राजपूत सभा के अध्यक्ष भीमसिंह उदावत, कोषाध्यक्ष बलवीर सिंह उदावत तथा ग्रामीण बैंक मैनेजर प्रह्लाद सिंह उदावत ने भी संबोधित किया। खिंदारा गांव शाखा में भी जयन्ती मनाई गई जिसमें प्रान्त प्रमुख महोब्बत सिंह धींगाणा सहयोगियों सहित उपस्थित रहे। डूंगरपुर में वागड़ क्षत्रिय महासभा ब्लॉक कांठल के तत्वावधान में अटल बिहारी वाजपेयी सभाभवन में पूज्य श्री तनसिंह जी की जयंती मनाई गई जिसके अंतर्गत कैरियर काउन्सलिंग कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम में कमल सिंह बाणा, नागेंद्र सिंह सटोडा, मनोहरसिंह रेलड़ा, उपेंद्र सिंह, वीरेंद्र सिंह जोगीवाड़ा, पुष्पेन्द्रसिंह खेड़ा, कुलदीप सिंह, खुमान सिंह खेरवाड़ा, महेंद्र सिंह वागदरी अन्य सहयोगियों व समाजबंधुओं सहित उपस्थित रहे। उदयपुर में अलख नयन मन्दिर, अशोक नगर में भी 26 जनवरी को पूज्य श्री तनसिंह जी की जयंती तथा श्रद्धेय हरिसिंह जी रामपुरिया की पुण्य तिथि पर सत्संग का आयोजन हुआ। कार्यक्रम को संभाग प्रमुख बृजराज सिंह खारड़ा तथा संत ज्ञानानंद जी महाराज ने संबोधित किया। चित्तौड़गढ़ के सेंथी स्थित श्री क्षत्रिय सेवा संस्थान परिसर में जयन्ती मनाई गई। कार्यक्रम को संघ के केन्द्रीय कार्यकारी गंगा सिंह साजियाली, संभाग प्रमुख बृजराज सिंह खारड़ा, मीना कंवर सहाड़ा, भंवर सिंह काशया, अनिरुद्ध सिंह बानीणा ने संबोधित किया। गुजरात के मेहसाणा संभाग के पाटन मंडल के जाखाना गांव में जयन्ती कार्यक्रम आयोजजत हुआ जिसमें 7 गांवों के सवा सौ से अधिक समाजबन्धु उपस्थित रहे। कार्यक्रम में धर्मेंद्र सिंह मोटी चंदूर व इंद्रजीत सिंह जैतलवासना सहयोगियों व समाजबंधुओं सहित उपस्थित रहे। मेहसाणा प्रान्त में कलोल तहसील के वेडा गांव में भी पूज्य श्री की जयंती मनाई गई जिसमें संभाग प्रमुख विक्रम सिंह कमाणा सहयोगियों सहित उपस्थित रहे। बनासकांठा प्रान्त के अंतर्गत पीलूड़ा शैक्षणिक संकुल, नेशनल हाईस्कूल धानेरा तथा चामुंडा माताजी मंदिर, मालण में भी जयन्ती मनाई गई जिनमें प्रान्त प्रमुख अजीतसिंह कुनघेर उपस्थित रहे। कराड़ा गांव में भी जयन्ती मनाई गई जिसमें भवानी सिंह माडपुरिया, रौनकसिंह, मनसिंह तथा वेदान्तसिंह ने व्यक्त किया। मनोहर सिंह मिठौड़ा ने पूज्यश्री का परिचय प्रस्तुत किया तथा अजीत सिंह कुकनवाली ने कार्यक्रम का संचालन किया। कानेटी में आयोजित तीन दिवसीय शिविर के अंतिम दिन संभागप्रमुख दीवान सिंह कानेटी की उपस्थिति में पूज्य श्री की जयंती मनाई गई। मोरचंद, शक्तिधाम (सुरेंद्रनगर) तथा वल्लभीपुर में भी जयन्ती मनाई गई। सूरत की पद्मिनी शाखा में भी मातृशक्ति द्वारा जयन्ती मनाई गई। 26 जनवरी को सूरत के कोसमाडा गांव में जानकी वन फार्म हाउस में संभाग प्रमुख नीर सिंह सिंघाना की उपस्थिति में जयन्ती मनाई गई। कार्यक्रम को पाबूदान सिंह दौलतपुरा, रणजीतसिंह आलासन, भवानी सिंह माडपुरिया तथा खेत सिंह चांदेसरा ने भी संबोधित किया। मुम्बई में गूगल मीट पर वर्चुअल शाखा में पूज्य श्री की जयंती मनाई गई। मुंबई, मलाड व भायंदर शाखाओं में भी जयन्ती मनाई गई। दक्षिण भारत में केरल के तिरुवनंतपुरम तथा कर्नाटक के बैंगलोर में भी स्वयंसेवकों द्वारा पूज्य श्री की जयंती मनाई गई। दावणगेरे (कर्नाटक) में आयोजित कार्यक्रम में गणपत सिंह जाखड़ी तथा गोपाल सिंह खेजड़ियाली ने पूज्य श्री की तस्वीरों तथा कैलेंडर का वितरण किया।