यह शिविर चार दिन के होते हैं तथा यह श्री क्षत्रिय युवक संघ के प्रारंभिक परिचय के लिए लगाये जाते हैं। इनमें प्रायः उच्च प्राथमिक कक्षाओं से लेकर स्नातक तक के नये शिविरार्थी भाग लेते हैं। खेलों, सहगीतों, ऐतिहासिक घटनाओं एवं सामान्य जीवन व्यवहार के हल्के फुल्के कार्यक्रम इन शिविरों में होते हैं। इन शिविरों का प्रमुख उद्देश्य शिविरार्थी में संघ के निर्देशों का अभ्यास एवं समाज के प्रति अपनापन पनपाना होता है ताकि वह आगे के प्रशिक्षण हेतु स्वयं को प्रस्तुत कर सके। ऐसे शिविरों का आयोजन प्रायः तहसील स्तर पर होता है।