मांडाणी, अमीरगढ़, वाघासण, लांका व पिपल्या मंडी (मंदसौर) में हुए कार्यक्रम
संघ के हीरक जयन्ती वर्ष के उपलक्ष में आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला निरंतर जारी है। इसी क्रम में 25 सितंबर को सिरोही जिले के मांडाणी में वीरवर जेतसिंह जी बोड़ा के बलिदान स्थल पर उनका बलिदान दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय संघप्रमुख श्री लक्ष्मण सिंह बैण्यांकाबास ने कहा कि आज से 200 वर्ष पूर्व अपना बलिदान देने वाले जेत सिंह जी को इस समारोह के माध्यम से आज हम स्मरण कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने अपने स्वयं के लिए, परिवार के लिए, जाति के लिए जीवन ना जी कर सर्व समाज के लिए जीवन जिया और दूसरों की रक्षा के लिए ही उस जीवन का बलिदान भी दिया। कार्यक्रम को गणपत सिंह वेरापुरा, बिशन सिंह कैलाशनगर, गोप सिंह विरोली, दिलीप सिंह माँडाणी, देवेन्द्र कँवर चाँदणा ने भी संबोधित किया। गुजरात में बनासकांठा प्रान्त में अमीरगढ़ स्थित ईशवाणी माताजी मन्दिर में 26 सितंबर को स्नेहमिलन कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें किडोतर, आवाल, डाभेला, सरोत्रा आदि गांवों से समाजबंधु सम्मिलित हुए। प्रान्त के वाघासण स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में 25 सितंबर को एक बैठक का आयोजन हुआ जिसमें वाघासण में आयोजित होने वाले बालिका शिविर पर चर्चा हुई। प्रांतप्रमुख अजीतसिंह कुणघेर सहयोगियों सहित कार्यक्रम में उपस्थित रहे। दौसा प्रान्त के लांका गांव में पृथ्वीराज शाखा द्वारा 23 सितंबर को स्नेहमिलन का आयोजन किया गया जिसमें शाखा के स्वयंसेवकों द्वारा संजबन्धुओं को संघ की विचारधारा व कार्यप्रणाली के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में पिपल्या मंडी में 19 सितंबर को स्नेहमिलन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ जिसमें केंद्रीय कार्यकारी गंगा सिंह साजियाली सहयोगियों सहित उपस्थित रहे।