शाखा-शिक्षकों की प्रशिक्षण कार्यशाला (बेलवा) तथा युवा मार्गदर्शन व संवाद कार्यशाला (भीलवाड़ा) सम्पन्न
श्री क्षत्रिय युवक संघ के जोधपुर संभाग की शाखाओं के शिक्षकों की दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला संभाग प्रमुख श्री महेंद्र सिंह गुजरावास की उपस्थिति में श्री मंगल बाल उच्च माध्यमिक विद्यालय, बेलवा में संपन्न हुई। 10 और 11 नवम्बर को आयोजित इस कार्यशाला में शाखा में जाने से स्वयं को होने वाले तात्कालिक और दूरगामी लाभ, शाखाओं में आने वाली सामान्य बाधाएं या समस्याएं, शाखा को पावर सेंटर बनाने के लिए प्रयुक्त किए जाने वाले टूल्स जैसे- अधिकतम संख्या दिवस, जयन्ती कार्यक्रम, जीके क्विज,चंदन इत्यादि पर व्यापक चर्चाएं हुई। साथ ही दो समूह बनाकर सामान्य ज्ञान, सामान्य विज्ञान, जनरल इंग्लिश इत्यादि की मौखिक प्रतियोगिताऐं करने पर चर्चा की गई। 'बदलते दृश्य' और 'समाज चरित्र' पुस्तकों पर जूनियर और सीनियर डिवीजन की लिखित परीक्षा भी आयोजित की गई, जिनमें प्रथम 5 स्थान प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को पूज्य श्री तनसिंह जी की तस्वीर व सभी संभागियों को डायरी और संघ-साहित्य बेलवा ग्राम वासियों की तरफ से उपहार में दिया गया। कार्यशाला के दौरान गाजन माता मंदिर का भ्रमण भी किया गया। श्री नरपत सिंह बस्तवा ने व्यवस्था का जिम्मा सम्भाला। इसी प्रकार श्री क्षत्रिय युवक संघ के कर्मचारी प्रकोष्ठ द्वारा ग्यारहवीं युवा मार्गदर्शन तथा संवाद कार्यशाला का आयोजन भीलवाड़ा में दिनांक 11.11.2018 को किया गया। संघ के केंद्रीय कार्यकारी श्री रेवन्त सिंह पाटोदा के संचालन में सम्पन्न कार्यक्रम में मार्गदर्शक के रूप में श्री महेंद्र प्रताप सिंह गिराब (वरिष्ठ आर.ए.एस.), श्री दलपतसिंह गुडा केसरसिंह (अधिकारी, राजस्थान लेखा सेवा), श्री राहुलदेवसिंह सवराड (जिला उद्योग केंद्र, भीलवाड़ा), शंकरसिंहजी रेह (कृषि उपनिदेशक, भीलवाड़ा) उपस्थित रहे। गणेश वंदना व प्रार्थना से कार्यक्रम के शुभारंभ के पश्चात अधिकारियों ने युवाओं को कैरियर निर्माण के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों, उनसे पार पाने के उपाय आदि की जानकारी दी। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के बारे में प्रचलित भ्रामक धारणाओं के बारे में भी बताकर उनसे बचने की सलाह दी। इसके पश्चात युवाओं ने विभिन्न विषयों पर अपने प्रश्न व जिज्ञासाएं प्रकट की जिनका उपस्थित विशेषज्ञों ने समाधान किया। कार्यकक्रम के दौरान महाराज दिलीप सिंह जी बड़लियास (अध्यक्ष, महाराणा कुंभा ट्रस्ट) और श्री अजीत सिंह मंगरोप (सचिव, महाराणा कुंभा ट्रस्ट) भी उपस्थित रहे।