संपूर्ण योग मार्ग है श्री क्षत्रिय युवक संघ – संरक्षक श्री
(उच्च प्रशिक्षण शिविर का दूसरा दिन) हम सभी इस शिविर में साधना के लिए आए हैं। पूज्य श्री तनसिंह जी द्वारा प्रदत्त हमारी साधना प्रणाली में अष्टांग योग के सभी अंग - यम, नियम, आसन, प्राणायाम, धारणा, ध्यान और समाधि सूक्ष्म रूप में निहित हैं। यहां की छोटी-छोटी बातों में योग के महान सिद्धांत छिपे हुए हैं। श्री क्षत्रिय युवक संघ के मार्ग पर जो निष्ठापूर्वक चलता है वह अपने परम लक्ष्य को सहजता से प्राप्त कर लेता है क्योंकि यह एक सम्पूर्ण योग मार्ग है जिसमें जीवन के सभी उत्तरदायित्वों का निर्वहन करते हुए समष्टि की सेवा करते हुए परमेष्टि तक पहुंचने की व्यवस्था है। उपरोक्त बातें श्री क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक माननीय भगवान सिंह जी रोलसाहबसर ने बाड़मेर स्थित भारतीय ग्राम्य आलोकायन आश्रम में चल रहे 11 दिवसीय उच्च प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन 20 मई 2022 को अपने प्रभात संदेश में कही।