अपना जीवन देकर सबका जीवन खरीदने वाले, अपने कर्त्तव्य को ही जीवन की सार्थकता और गहन उत्तरदायित्व समझने वाले, अपने आपको संपूर्ण रुप से अपने लक्ष्य से बांधने वाले, समाज में अनुशासन की भावना भरने के लिए स...
अधिक जानेंजुझारुपन एवं संघर्षप्रियता के पर्याय, अपने सहयोगियों के बीच माट्साब के नाम से प्रसिद्ध पूज्य आयुवानसिंह हुडील संघ के द्वितीय संघप्रमुख थे। आपका जन्म 17 अक्टूबर 1920 को साधारण राजपूत परिवार में नागौर ज...
अधिक जानेंपूज्य तनसिंह जी ने श्री क्षत्रिय युवक संघ के मार्ग को मानव जीवन के लक्ष्य की आरे बढाने वाला राजमार्ग बताया और पूज्य नारायणसिंह ने अपने जीवन के माध्यम से यह सिद्ध किया कि पूज्य तनसिंह जी की बात अक्षरशः...
अधिक जानेंसंघ के चतुर्थ संघ प्रमुख माननीय भगवानसिंह रोलसाहबसर का जन्म 2 फरवरी 1944 को सीकर जिले की फतेहपुर तहसील के रोलसाहबसर गांव में हुआ। आप पिता श्री मेघसिंहजी एवं माताजी श्रीमती गोम कंवर की पांचवीं संतान है...
अधिक जानेंवर्तमान में श्री लक्ष्मणसिंह बैण्यांकाबास श्री क्षत्रिय युवक संघ के संघप्रमुख के रूप में संघ का नेतृत्व कर रहे हैंं, आपको 4 जुलाई 2021 को संघ के मार्गदर्शक एवं संरक्षक माननीय भगवानसिंह रोलसाहबसर ने अप...
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