22 से 26 अगस्त के बीच विभिन्न स्थानों पर श्री क्षत्रिय युवक संघ के तेरह प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुए जिनके संक्षिप्त समाचार यहाँ प्रस्तुत है।
जालोर संभाग के पाली प्रान्त के सोजत मंडल में एक शिविर पिपला...
श्री क्षत्रिय युवक संघ के प्रशिक्षण शिविरों की श्रृंखला में 9 से 18 अगस्त के बीच 15 शिविर और जुड़े। कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सम्पन्न इन शिविरों के र...
श्री क्षत्रिय युवक संघ के तृतीय संघप्रमुख पूज्य नारायणसिंह जी रेडा की 79वीं जयन्ती 30 जुलाई को थी। उनकी जयन्ती के उपलक्ष्य में देशभर में स्वयंसेवकों व समाजबंधुओं द्वारा उत्साह पूर्वक कार्यक्रम आयोजित ...
मई में उच्च प्रशिक्षण शिविर संपन्न होने के पश्चात श्री क्षत्रिय युवक संघ के इस सत्र के प्राथमिक प्रशिक्षण शिविरों की श्रृंखला अब प्रारम्भ हो चुकी है। श्रृंखला की प्रथम कड़ी के रूप में एक शिविर बाड़मेर...
हमारा भारतीय समाज अनेकों जातियों, सम्प्रदायों, पंथो आदि से मिलकर बना है। इन सभी के बीच सद्भाव और समरसता ही प्रजातांत्रिक व्यवस्था का आधार है। यदि सामाजिक सद्भावना और समरसता पर चोट होती है तो राष्ट्र क...
ऐतिहासिक दृष्टिकोण से अपनी हार के कारण बाहर ढूंढें जाते हैं किन्तु संत परम्परा अपनी पराजय का कारण स्वयं में ही ढूंढ निकलती है। श्री क्षत्रिय युवक संघ भी इसी परंपरा का वाहक है और हमारी पराजयों का कारण ...
नागौर संभाग के अंतर्गत लाडनूं-सुजानगढ़ प्रान्त का स्नेहमिलन दिनांक 31-03-2019 को लाडनूं कस्बे की शंकर कॉलोनी में सम्पन्न हुआ। संघ के केन्द्रीय कार्यकारी श्री गजेंद्र सिंह आऊ तथा संभाग प्रमुख श्री शिंभू...
'मिट जाए मेरा नाम भले, रह जाये यजमानों का' - यह संघ का उद्घोष है। हमें स्वयं की चिंता नहीं करनी है, अपने यजमानों की करनी है। हमारे यजमान अर्थात यह समाज, राष्ट्र और यह सम्पूर्ण सृष्टि जहाँ हमें ईश्वर न...
श्री क्षत्रिय युवक संघ के जालोर संभाग के स्वयंसेवकों की बैठक 24 फरवरी को माननीय संघप्रमुख श्री के सान्निध्य में जालोर प्रान्त प्रमुख श्री गणपतसिंह भवरानी के आवास पर सम्पन्न हुई। स्वयंसेवकों को संबोधित...
संघ की साधना आत्मावलोकन और संयम की साधना है। संयम के बिना कोई भी प्राप्ति सुख नहीं प्रदान कर सकती। देश में स्वराज आ चुका है किंतु सुराज नहीं आ सका है इसका मूल कारण संयम का अभाव ही है। जब तक अन्यों के ...